अमृत मिशन (अटल मिशन फॉर रेजुवेनशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन)
मिशन के बारे में:
अमृत मिशन का मुख्य लक्ष्य, जल आपूर्ति, सीवरेज, नगरीय परिवहन आदि जैसी घरों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है और शहरों में संसाधनों की उपलब्धि कराना, जिससे लोगों के जीने के तरीके में बदलाव आ सके, खासतौर पर गरीबों और पिछड़ों की दिनचर्या में।
अमृत मिशन के मूल तत्व:
अमृत मिशन का मूल तत्व नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है, जिसमें निम्न तत्व शामिल हैं:
1:- जल की उचित आपूर्ति
-> जल आपूर्ति प्रणाली का ठीक तरीके से सृजन करना और उसका रखरखाव करना।
-> पुराने जल आपूर्ति का पुनर्वास करना।
-> पुराने जल निकायों का पुनर्वास करना।
-> पिछड़े इलाकों के लिए विशेष जल प्रबंधन करना।
2:- सीवेज सुविधा
-> विकंद्रित, नेटवर्क अंडरग्राउंड सीवेज प्रणाली के सृजन एवं उसका रखरखाव।
-> पुराने सीवेज प्रणाली और ट्रीटमेंट संयंत्रों का पुनर्वास।
-> पानी की रिसाइकलिंग और व्यर्थ पानी का दोबारा इस्तेमाल।
3:- सेप्टेज
-> मल कीचड़ प्रबंधन।
-> सीवर और सेप्टिक टैंक की जैविक और यांत्रिक सफाई।
4:- बाढ़ जल निकासी
-> बाढ़ की रोकथाम के लिए प्रभावी बाढ़ निकासी प्रणाली का निर्माण एवं उसका रखरखाव।
5:- शहरी परिवहन
-> नॉन-मोटर परिवहनों के लिए फुटपाथ/पैदलपथ, फुट ओवर ब्रिज आदि का निर्माण कराना।
-> मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण और रखरखाव।
-> बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम।
-> अंतर्देशीय जलमार्ग के लिए फैरी वेसेल।
6:- ग्रीन स्पेस
-> ग्रीन स्पेस, पार्कों और मनोरंजन केंद्रों के निर्माण के साथ शहरों की सुविधा को बढ़ाना, खासतौर पर बच्चों के लिए।
-> परियोजना या परियोजना संबंधी कार्यों के लिए जमीन को खरीदना।
-> राज्य/यूएलबी दोनों के स्टाफ के सैलरी,
-> पावर
-> टेलीकॉम
-> स्वास्थ्य
-> शिक्षा
-> वेतन रोजगार कार्यक्रम और स्टाफ घटक