स्वच्छ भारत मिशन
मिशन के बारे में:

जैसा कि भारत में जनसंख्या हर बीतते साल के साथ बहुत बढ़ रही है, बुनियादी स्वच्छता और सीवेज सुविधाएं लोगों के इस विशाल जनसंख्या का समर्थन करने के लिए अपर्याप्त होती जा रही है। इसलिए यह माना जाता है कि अनुचित स्वच्छता एवं सीवेज सुविधायों की वजह से ही ज्यादातर जल संसाधन प्रदूषित होते जा रहा है अथवा विभिन्न प्रकार की बीमारियॉं फ़ैल रही हैं पुरे देश में। अतः भारत को स्वच्छ एवं हरा-भरा बनने के पहल के तहत पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के साथ-साथ शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुवात की है। इस मिशन का मुख्य लक्ष्य है देश भर में स्वच्छता एवं प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन सिद्ध करना 2 अक्टूबर, 2019 तक।

इस मिशन के मुख्य उद्देश इस प्रकार हैं:

अमृत मिशन का मूल तत्व नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है, जिसमें निम्न तत्व शामिल हैं:

        -> खुले में शौच का निष्कासन करना|
        -> हाथ से की जाने वाली सफाई को हटाना|
        -> आधुनिक एवं वैज्ञानिक नगरपालिका ठोस अपशिष्ट प्रबंधन करना
        -> स्वस्थ स्वच्छता प्रथाओं के अनुसार लोगों में व्यवहार परिवर्तन लाना।
        -> जनता में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना।
        -> शहरी स्थानीय निकायों के लिए क्षमता वृद्धि।।
        -> केपेक्स (पूंजीगत व्यय) और ओपेक्स (संचालन और रखरखाव) में निजी क्षेत्र की भागीदारी के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए।

इस मिशन के मुख्य तत्व इस प्रकार हैं :

        -> घरेलू शौचालयों का निर्माण करना।
        -> सामुदायिक शौचालयों का निर्माण एवं रख-रखाव।
        -> सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण एवं रख-रखाव।
        -> सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट।
        -> आई. ई. सी एवं लोक जागरूकता।
        -> क्षमता निर्माण एवं प्रशासनिक तथा कार्यालय खर्च का प्रबंधन।